SIP Rule of 70:20:10 , अब होंगे SIP से मालामाल
1.सर्दी बढ़ते ही घरेलू शेयर बाजार में भी तेजी
देखी जा रही है। 27 दिसंबर को निफ्टी-50 इंडेक्स ने अपनी सर्वकालिक ऊंचाई 21,603 को छू लिया माना जा रहा
है कि अमेरिका का सेंट्रल बैंक अगले साल मार्च से ब्याज दरों में कटौती शुरू कर
सकता है।
इससे दुनिया भर के शेयर बाजारों में तेजी आई
है। बीएसई सेंसेक्स भी रिकॉर्ड 72,370 के अंक पर पहुंच गया।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट की माने तो भविष्य में शेयर मार्केट में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में अपना पैसा काफी सोच-समझकर ही इन्वेस्ट करें |
हालांकि, ऐसे समय में आप सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान
यानी SIP में लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं। जब
शेयरों के दाम नीचे आएं तो इन्वेस्टर्स को ये सलाह दी जाती है कि एसआईपी में पैसे
लगाकर लॉन्ग टर्म के लिए छोड़ दें। लॉन्ग टर्म में रिटर्न 20 % तक मिल सकता है।
अब अगर आप SIP को चुन रहे हैं तो आप को 70:20:10 का नियम जानना चाहिए, जिससे आपकी न केवल मोटी कमाई होगी, बल्कि आपका पैसा भी सुरक्षित रहेगा।
2. सबसे पहले यह समझते हैं कि क्या है 70:20:10 का नियम
आप जो पैसे SIP में लगाने जा रहे हैं, अपने निवेश करने वाली रकम का
70 फीसदी लार्जकैप,
20 फीसदी मिडकैप और
10 फीसदी स्मॉलकैप फंड्स में लगाना चाहिए यह नियम अपनाने से आपका पोर्टफोलियो बेहतर और
संतुलित होगा यह निवेश का BASIC नियम है। इससे अस्थिरता से बचने में मदद मिलती है SIP का औसत रिटर्न 20 % से ज्यादा का ही रहा है
RBI के एक डेटा के अनुसार, लार्जकैप फंड्स का 3 साल का औसत SIP रिटर्न 22% - 24.95% रहा है। वहीं, लार्ज एंड मिड कैप फंड्स का रिटर्न 25.35%-28.33% रहा, मल्टीकैप फंड्स का रिटर्न 24.26%-30.22% रहा मिडकैप फंड्स का औसत रिटर्न 30.06%-35.24% रहा और स्मॉलकैप फंडों के लिए 33.27%-38.09% रहा है। बाजार की तेजी के दौरान ES नियम से आपको फायदा मिल सकता है।
10 साल के लिए निवेश करना ज्यादा बेहतर माना जाता है |
पिछले 3 साल में SIP के जरिए निवेश करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है कई नए निवेशक भी अपने फाइनेंशियल गोल्स के लिए SIP कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान SIP हिस्सेदारी का आंकड़ा 1 ट्रिलियन को पार कर चुका है। वर्ष 2023-24 में कुल SIP अकाउंट्स की संख्या 7.44 करोड़ तक पहुंच चुकी है SIP में लंबे समय तक लगातार निवेश से भविष्य के लिए
मोटा फंड बहुत आसानी से जुटाया जा सकता है।
3. SIP से बेहतर कमाई कैसे करे और रिटर्न पर रिटर्न पाते जाएँ
जब आप हर महीने SIP के
जरिए निवेश करते हैं तो आपको यूनिट्स अलॉट होती रहती हैं। जैसे जब बाजार में तेजी होती
है तो आपको कम यूनिट अलॉट किए जाते हैं और जब बाजार में गिरावट आती है तो आपके
निवेश की उतनी ही रकम में ज्यादा यूनिट मिल जाती हैं।
इस तरह आपका निवेश औसत भाव पर होता जाता है।
इसमें कंपाउंडिंग का भी आपको फायदा मिलता है। इसका मतलब ये है कि आपको हर महीने मिलने
वाले रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता रहता है। इसकी वजह से आपको तेजी से मुनाफा होता है
और आपकी पूंजी काफी तेजी से बढ़ती जाती है।
SIP के कई तरह के फायदे होते हैं, आपको निवेश
का यह तरीका जरूर जान लेना चाहिए।
जैसे: निवेश पीरियड और पैसों को लेकर लचीलापन
आप अपनी सुविधा अनुसार निवेश की अवधि मंथली, तिमाही या छमाही का ऑप्शन चुन सकते हैं जब भी आपको जरूरत पड़े आप इसे रोक सकते हैं या
अपनी SIP से पैसा निकाल सकते हैं।
मार्केट
में उतार-चढ़ाव की स्थिति में आपका खर्च औसत
एसआईपी में आप जब समय-समय पर निवेश करते रहते हैं तो आपको रुपी कॉस्ट
एवरेजिंग का फायदा मिलता है। मतलब ये कि मार्केट गिर रहा है तो आपने जो पैसा निवेश
किया है, उसमें आपको ज्यादा यूनिट्स अलॉट होंगे
4. SIP लंबे समय के लिए की जानी चाहिए। ये जितने लंबे समय के लिए होगी, कंपाउंडिंग का फायदा उतना ज्यादा होगा। आपको कंपाउंडिंग के तहत केवल उसी
रकम पर रिटर्न नहीं मिलता, जिसे आपने निवेश किया है। बल्कि आपको पहले के
मिले रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है।
5. SIP के जरिए आप निश्चित समय के लिए बचत करना सीखते
हैं। यानी आपको मासिक, तिमाही या छमाही पर जो भी पैसा निवेश करना है, उस रकम की बचत करने के बाद ही आप बाकी खर्च करते हैं। इस तरह आपको अनुशासित
निवेश की आदत पड़ती है।
SIP में निवेश से पहले ये
जरूरी बातें जान लें, ताकि आपको नुकसान कम से कम हो।
अक्सर निवेशक इक्विटी बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए कभी एसआईपी को बंद करते हैं तो कभी शुरू करते हैं। जब
बाजार तेजी में होता हैं तो एसआईपी शुरू कर देते हैं। जब मंदी आती है तो ज्यादातर
निवेशक निराश और डर जाते हैं और इस वजह से वो एसआईपी रोक देते हैं। मगर वो ये नहीं
समझते कि एसआईपी को कभी शुरू करना और कभी रोकना सिर्फ एक खराब रिटर्न ही दे सकता
हैं। इससे लंबे समय में आपको नुकसान भी हो सकता है।
किसी भी राशि की एसआईपी एक लक्ष्य के साथ करें
जैसे अपने बच्चे की एजुकेशन, शादी, अपना रिटायरमेंट या ऐसे किसी भी लक्ष्य के साथ
आप एसआईपी में बने रह सकते हैं। अगर आप लक्ष्य के साथ निवेश नहीं करते और बीच में
कभी भी पैसा निकाल लेने का सोचते हैं और इसका नुकसान होता है।
बड़ी रकम के साथ एसआईपी में पैसे न लगाएं
SIP में निवेश करते समय आपको ध्यान रखना चाहिए कि
आप बड़ी रकम से निवेश की शुरुआत नहीं करें। बड़ी रकम में निवेश करने से भविष्य में
पैसे की कमी होने से आपकी SIP टूट जाती है, जिससे आपको मुनाफा भी कम मिलता है।