स्त्री - पुरुष असमानता : मैकेंजी रिपोर्ट

 




स्त्री - पुरुष असमानता : मैकेंजी रिपोर्ट

महिला -पुरुष बराबरी की बात बड़े गर्व से करने वाले दुनिया के कई देशो में यह महज एक नारा ही है मैकेंजी की हाल ही में आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दुनिया भर में पुरुषों को जिस काम के लिए ₹100 मिलते हैं महिलाओं को केवल 73 रुपए ही दिए जाते हैं भारत में तो हाल और भी बुरे हैं पुरुषों को ₹100 मिलते हैं तो महिलाओं को मात्र 71 रुपए दिए जाते हैं भारत के आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा भेदभाव पुरुषों को औसत 242 रुपए प्रति घंटे मिलते हैं जबकि महिलाओं को केवल 196 रुपए |

2021 में भारत में जेंडर सैलरी गैप 35% हो गया इससे पहले ये 28% था आईटी सेक्टर में पुरुषों को महिलाओं से 26% से ज्यादा वेतन मिलता है मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में पुरुषों को महिलाओं से 24% सैलरी ज्यादा मिलती है फाइनेंस सेक्टर में सैलरी गैप सबसे कम पुरुष, महिलाओं से 2% ज्यादा वेतन पा रहे हैं भारत में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे राज्य केरल में भेदभाव सार्वधिक गाँवों में पुरुषों का औसत वेतन 842 रुपये जबकि महिलाओं का 434 लगभग आधा |

वजह साफ है पारिवारिक जिम्मेदारियां महिलाओं को काम से कई बार रोकती है और कई बार तो काम ही छुड़वा देता है जबकि पुरुष के पास महिलाओं की तरह पारिवारिक जिम्मेदारियां बहुत कम होती है जिम्मेदारी से यहां मतलब केवल पैसे कमाने से नहीं है रिश्तेदारी निभाना , बच्चों को संभालना, उनका होमवर्क कराना

महिलाओं को क्यों सैलरी गैप छोड़ना पड़ता है ? घर की जिम्मेदारी को लेकर छुट्टी लेना, उच्च शिक्षा से लड़कियों की दूरी ,ओवर टाइम देने की जगह नौकरी के समय की पाबंदी ,मैटरनिटी लीव और एनीमिया के चलते कमजोरी महसूस होना.......


#genderinequality , #gendergapreport, #menwomenissues, #genderissues, #salarygap , #kldclasses, #महिलापुरुषसमानता , #भेदभाव , #समाज , #धार्मिक भेदभाव |

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने