30. मेरी मोहबब्त को मासूम समझकर , ये मतलबी दुनिया मुझे तोहफे दे गई , जिन्दगी बनकर आई थी वो , कमबख्त जाते समय जिन्दगी ले गई वो .........
29. वो वक्त का मजाक बनाती थी , रातों को शबाब ( खुशनुमा ) बनाती थी , उसका प्यार करना बदनसीबी था , कमबख्त फिर भी बात बात पर मेरा मजाक बनाती थी .............................
28. अब तो आइना भी उनकी तरह बेवफा हो गया है , बातों ही बातों में सबसे खफा हो गया है , जब जब देखता हु खुद का चेहरा , सब जगह उसका ही पहरा हो गया है ......................
27. रो पड़ा मेरा तक़दीर भी मेरी हाथों की लकीर देखकर , गलती हाथो की नहीं थी , कमबख्त देखने वालों ने पैरो की लकीर देख ली ...............
26. बन गई है दूरिया तो दूर रहना ही ठीक है , होंगे लाखो दोस्त यार तेरे , मेरी तो मजबुरिया ही ठीक है .......................
25. प्यार तो हमने किया ही नहीं तो नफरत क्यों करू ,जब सब कुछ तेरा ही है तो उसे अपना क्यों कहू , ये जीवन दिया है खुदा ने और संवारा है तुमने , फिर इस जीवन को अपना क्यों कहू ....................
24. दिया था उसने जख्म दिल पर एक ना एक दिन भर जायेगा , रोग है ये प्रेम का एक ना एक दिल दिल में उत जायेगा , मेरे हाथो में प्रेम की लकीरे थी ही नहीं , दोस्तों ने कहा की प्यार करेगा तो शीशे की तरह बिखर जायेगा................
23. दिल टूट जाना अच्छा है , उसका दूर हो जाना अच्छा है , खुश थी वो खुश रहे वो , पास होकर कभी दिल की बात की ही नहीं , दूर होकर खुश होना अच्छा है ................
22. उसकी यादों ने हमे सोने नहीं दिया , उसकी बेचैन सी आँखों ने हमे रोने नहीं दिया , बातों ही बातों में उसने उलझन इतना पैदा कर दी , कमबख्त सब कुछ होने के बाद भी चैन से जीने नहीं दिया ....................
21. दिल मेरा सभी ने अजमा के देख लिया ,भूखा था वर्षों से सभी ने धोखा खिला कर देख लिया ,दिल मेरा नहीं था इतना नाजुक फिर भी लोगो ने तोड़ कर देख लिया, कमबख्त खिलौने से खेलने वालों ने मेरा दिल बहला कर देख लिया ..........................
20. नफरत ही सही कुछ तो कर लो , प्यार तो तुमने कभी किया ही नहीं , कम से कम तकरार तो कर लो, ये जिंदगी ना तेरी है ना ही मेरी , वक्त रहते कुछ तो दिल की बात कर लो ............................
19. आता नही था कुछ भी मुझे, हर काम करने का हुनर सीखा गई वो , गिरे पड़े थे टूटे पत्ते की तरह , हवा की तरह चलना सीखा गई वो , सपना बनकर आई थी वो , सपना बनाकर चली गई वो .................
18. अभी तो हमने लिखना शुरू ही नहीं किया , लिखेंगे तो एक एक बात लिखेंगे , सुबह को शाम लिखेंगे , उसकी है ये जिंदगी अब तो उसके नाम ही लिखेंगे .................
17. हवा भी रुक जाती है जब उसकी बात होती है , सांसे रुक जाती है जब वो किसी और के साथ होती है , इसे इश्क कहूं या बीमारी ,जब देखता हु उसको , तो बिना बात के बात हो जाती है .................
16. सब कुछ देकर प्यार पा लेना आसान नहीं होता , प्यार करके इजहार कर लेना आसान नहीं होता , करते होंगे तेरी इस अदाओं से लाखों लोग मोहब्बत , तेरी इस मोहब्बत को पाना आसान नहीं होता .....................
15. मैने उसे अपना बनाया पर वो मुझे अपना बनाती नहीं , कमबख्त मेरे सिवा किसी और को वो याद आती भी नही ...................
14. दिल तोड़ कर शायर बना जाने की कला है उसमे , अपना बना कर भूल जाने की कला है उसमे , प्यार ही तो नही किया था उसने , वादे करके तोड़ जाने की कला है उसमे ......................
13. मैने दिल लगाना छोड़ दिया , बात बात पर मुस्कुराना छोड़ दिया ,हर वक्त जाया करते थे उसकी गली में , कमबख्त वक्त ऐसा बदला , अब उस शहर में जाना छोड़ दिया ..............................
12. गम में डूबे थे हम ऐसे ,की बारिश आ गई और हमे डुबाने , मेरे गम को देखकर बारिश ही डूब गई और वक्त रहते बचानी पड़ी हमे बारिश को ...............
11. सर झुकाने से पत्थर भी देवता बन जाते है ,प्यार करने से दुश्मन भी दोस्त बन जाते है , क्यों करती हो नफरत इतना मुझसे , सुना है दिल से प्यार करने वाले भी बेवफा बन जाते है ....................
10. देख के तेरे होठों का तिल, धक धक करता है मेरा ये दिल ,कही टूट ना जाए ये शीशे का दिल ,कमबख्त हर वक्त चर चर करता है मेरा ये दिल...............
9. कदर ( अच्छा ) के चक्कर में कही कब्र ना बन जाये , सब कुछ अपना बनाने के चक्कर में पराया ना बन जाये , नाम के पीछे भागती है ये दुनिया , इंसान बनने के चक्कर में कही ये शैतान ना बन जाये ......................
8. खुद को सही साबित करने के लिए कब तक हां में हां मिलाते रहोंगे ,वक्त भी ऐसे बीत जायेगा कब तक दुसरे की दुम हिलाते रहोंगे , वक्त रहते कुछ अच्छा कर लो , वरना कब तक दुसरे का फेका हुआ दाना खाते रहोंगे ..................
7. इक साली सब जीजा पर भारी,
बिन उसके सारी दुनिया खाली,
बीवी तो सबको है पानी,
किस्मत उसकी जो पाए साली,
सुनो सुनो वो जीजा की साली,
तेरे बिना मेरी दुनिया खाली,
जब जब देखूं तेरे गालों की लाली,
भूल जाऊं मैं बीवी की गाली............................
6. एक साली सब जीजा पर भारी ,बिन उसके ये दुनिया सब खाली , बिबिया तो सबको है मिलती ,किस्मत उसकी जिसको मिलती है लाखो साली ..................
5. उम्र मेरी क्या दस से बीस हुई लोग हमे बेवकूफ (बूढ़ा ) समझने लगे , मेरे ही समाने पैदा होने वाले , आज खुद को भगवान ( जानकर ) समझने लगे .........
4. टूट कर बिखरे हो ऐसे जैसे आसमान से गिरे तारे लगते हो तुम , है दुनिया की सारे सुख फिर भी अपनों से मारे लगते हो तुम , जीतने निकले थे पूरी दुनिया को , अब तो अपनों से ही हारे लगते हो तुम .............
3. ये गाँव भी उसका था ये शहर भी उसका था , ये बाते ये यादे सब उसका ही था , कमबख्त मेरा था तो बस गुजरा हुआ वक्त ...............
2. कमबख्त नींद हमे आती ही नहीं , फिर भी तेरी यादो में सोना है हमें , याद मेरी आ जाये तो जगा देना हमें , वरना नींद में ही दफना देना हमें .....................
1. सबकुछ भूल गया हु तेरी यादों में , कमबख्त वक्त ने ऐसा बदला , खुद का नाम भी अब गैरों से पूछना पड़ता है ............................
